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Best 20+ मुंशी प्रेमचंद के अनमोल विचार | Munshi Premchand Quotes in Hindi

प्रेमचंद के महानता का कारण क्या है?

दोस्तों ! 

प्रेमचंद जी हिंदी साहित्य तथा उर्दू भाषा के महान लेखकों में से एक थे। हिंदी भाषा जगत में प्रेमचंद जी का अत्यधिक उच्च एवं गौरवपूर्ण स्थान प्राप्त है। प्रेमचंद एक ऐसे लेखक थे, जो राष्ट्र, समाज और लोगों के हरेक पहलुहों को छुआ था। सभी तरह की रंग उनके कलम की स्याही से निकले थे। प्रेमचंद एक बहु-प्रतिभाशाली लेखक थे। हिंदी जगत में उनका अतुलनीय योगदान था। अपनी लेखनी के माध्यम से लोगों को साहित्य से जोड़ने और समाज के कार्यों के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया। उनके अद्भुत लेखन-कला से प्रभावित होकर देश के महान लोगों ने उन्हें उपन्यास-सम्राट और कलम के सिपाही नाम देकर सम्मानित किया। आज भी उन्हें आधुनिक हिंदी कहानी के पितामह कहा जाता है। 

Munshi premchand

प्रेमचंद जी बचपन से ही सरल सहज और दयालु स्वभाव के थे। कभी भी किसी से व्यर्थ के बहस नहीं करते थे। हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहते थे। ईश्वर के प्रति उनकी श्रद्धा और विश्वास अटूट था। वह सादा जीवन उच्च विचार के व्यक्ति थे। उन्होंने कई कहानियों, उपन्यासों और लेखों की रचना की। प्रेमियों की विरह वेदना हो, लोगों की दर्द भरी दास्तां हो,सामाजिक कुरीति हो या भ्र्ष्टाचार हो सबको प्रेमचंद जी ने अपने कलम के माध्यम से इतने सजीव और मार्मिक ढंग से प्रस्तुत किया की लोगों को पढ़ते हीं चलचित्र की तरह सामने साकार हो उठते थे। प्रेमचंद जी सच बोलने और लिखने से कभी नहीं हिचकते थे। लोग उन्हें कलम के सिपाही और उपन्यास सम्राट के नाम से भी जानते थे।  सचमुच प्रेमचंद एक महान व्यक्ति थे और वे अपनी लेखनी के लिए प्रसिद्ध थे.

प्रेमचंद ने क्या लिखा था?

मुंशी प्रेमचंद जी के सभी रचनाओं को अगर पढ़ा जाय तो उत्तर यही मिलता है उन्होंने क्या नहीं लिखा! प्रेमचंद जी ने अपने पुरे जीवन काल में कई लेखों, कहानियों, उपन्यासों और रचनाओं को लिखा था। वह एक ऐसे लेखक थे, जो अपनी लेखों में सत्य, स्पष्ट और थोड़ा-बहुत कड़वे शब्दों का उपयोग करते थे। मुंशी प्रेमचंद जी की रचनाओं और लेखन-कार्य का मूल उदेश्य राष्ट्रीय-जागरण और समाज-सुधार था। प्रेमचंद जी अपनी रचनाओं को सरल और मार्मिक ढंग से लोगों के सामने प्रस्तुत करते थे ताकि लोग आसानी से समझ जाए। उनके रचनाओं, कहानियों और उपन्यासों में मजदुर, किसान और शोषित-वर्ग के लोगों के लिए सहानुभूति साफ झलकती थी। सच्चाई का आदर्श और सटीक चित्रण उनकी रचनाओं में स्पष्ट दिखता है।

प्रेमचंद द्वारा लिखी कुछ प्रमुख उपन्यास के नाम 

सेवासदन, प्रेमाश्रम, रंगभूमि, कायाकल्प, निर्मला, गबन, कर्मभूमि, गोदान आदि। 

प्रेमचंद द्वारा लिखी कुछ प्रमुख नाटक के नाम

संग्राम, कर्बला, प्रेम की वेदी आदि।  

प्रेमचंद द्वारा लिखी कुछ कहानियों के नाम 

दो बैलों की कथा, पंच-परमेश्वर, पूस की रात, ईदगाह, कफन, बूढ़ी काकी, दूध का दाम आदि 

प्रेमचंद द्वारा लिखी कुछ लेखों के नाम

साहित्य का उदेश्य, पुराना जमाना-नया जमाना, स्वराज के फायदे आदि। 

इसके अलावे और भी कई प्रमुख और मार्मिक रचनाओं को वे लिखे थे। 

दोस्तों प्रेमचंद जी ने कई तरह के विचारों, कोट्स और अनमोल सुविचारों को लिखे थे। जो जनमानस के बीच काफी लोकप्रिय हुआ था। उनमें से कुछ आपको लोगों के सामने प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है, आशा है आपको पसंद आएगी।

मुंशी प्रेमचंद जी के अनमोल विचार

Munshi premchand anmol suvichar

सौभाग्य उसी को मिलती है,

जो कर्तव्य-पथ पर डटे रहते हैं। 

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Life quotes of premchand

अमीरी की कब्र पर उगी गरीबी,

बहुत हीं जहरीली होती है। 

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Life quotes of premchand in hindi

जीवन में कामयाब होने के लिए,

शिक्षा की जरुरत है!

डिग्री की नहीं। 

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Life quotes of premchand hindi

भाग्य पर भरोसा,

वही करता है!

जिसमें पौरुषता नहीं होती। 

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Life quotes of munshi premchand

दौलत से व्यक्ति को,

जो सम्मान मिलता है!

वह उसका नहीं,

बल्कि उसके दौलत का है। 

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Premchand anmol suvichar

अन्याय होने पर चुप रहना,

अन्याय करने के बराबर है। 

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Premchand ji ka vichar

इंसान सब है!

पर इंसानियत तो विरलों में है। 

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Premchand true words

व्यक्ति का मूल्यांकन!

उसके विचारों के आधार पर किया जाता है,

ना की उसके पहनावे और पैसे पर। 

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Quotes of munshi premchand

कभी-कभी हमें लोगों से भी,

शिक्षा मिल जाती है,

जिसे हम मुर्ख समझ लेते हैं। 

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Quotes of premchand hindi

जब हम अपनी भूल लज्जित होते हैं!

तो सही बात अपने आप,

जुबान से निकल पड़ती है। 

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Quotes of premchand in hindi

निज-स्वार्थ साधने में व्यक्ति,

बावला हो जाता है। 

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Quotes of premchand

इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन,

उसका अहंकार होता है। 

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Thought of munshi premchand hindi

जीवन में यश त्याग से मिलता है,

धोखाधड़ी करने से नहीं। 

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Thought of munshi premchand in hindi

जो कभी रो नहीं सकता!

वो कभी प्रेम नहीं कर सकता,

क्योंकि दोनों एक स्त्रोत से निकलते हैं। 

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Thought of munshi premchand

शिक्षित बनना अच्छी बात है,

इससे जीवन की कुछ समस्याएं हल हो जाती है। 

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Thought of premchand hindi

राष्ट्र-भक्ति से हीन व्यक्ति राष्ट्र के लिए बोझ है। 

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Thought of premchand in hindi

अपनी झोपडी में राज करना!

दूसरे की महल में,

गुलामी करने से बेहतर है।

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Thought of premchand

 कानून और इंसाफ,

 ये सब दौलत के खिलौने हैं। 

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True words of munshi premchand

कार्य-कुशल व्यक्ति की,

जरुरत सभी जगह होती है। 

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True words of premchand hindi

जिस आदमी को दिन भर की

पेट भर रोटी नहीं मिलती 

उसके लिए इज्जत-मर्यादा सब ढोंग है। 

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True words of premchand in hindi

गलती करना, उतना गलत नहीं!

जितना इसे दुहराने में है। 

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True words of premchand

गुस्से में आदमी अपने,

दिल की बात नहीं कहता!

बल्कि वह तो केवल,

दूसरे का दिल दुखाना चाहता है। 

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निष्कर्ष 

उपरोक्त लेखों और उनके कथनों से अब आपको अवश्य पता चल गया होगा की प्रेमचंद महान क्यों है और उन्होंने क्या लिखा था। अब आपसे यही कहना चाहूंगा की अगर आपको यह लेख ज्ञानवर्धक लगी हो तो अपने परिवार और मित्रजनों के बीच अवश्य शेयर करें। 

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